सीस-जेंडर (जो ट्रॅन्सजेंडर नही है) लोगों के मुकाबले ट्रॅन्सजेंडर व्यक्तियों को जीवन भर अधिक आक्रामकता और हिंसा का सामना करना पड़ता है। लैंगिक हिंसा के मामलों में तो ट्रॅन्सजेंडर लोगो का हाल और भी बदतर है | ट्रॅन्सजेंडर लोगों के खिलाफ आक्रामकता और हिंसा शारीरिक हिंसा या हानि, लैंगिक हिंसा या शोषण, और मौखिक या मानसिक प्रताड़ना देकर प्रकट किया जाता है| आक्रामकता और हिंसा मे धमकाना, उत्पीड़न करना, कलंक लगाना,भेदभाव करने जैसे कई सारे बुरे कर्म भी शामिल है|